Power factor kya hota hai? दोस्तों आज इस पोस्ट में Power Factor के ऊपर बात करेंगे, पावर फैक्टर क्या होता है? यह कितने प्रकार का होता है, और कैसे काम करता है. अगर आप इसके बारे में विस्तार से जानकारी पाना चाहते है तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े.
पावर फैक्टर क्या होता है?
Power factor वह अंक होता है जो बताता है कि एक इलेक्ट्रिकल सर्किट या उपकरण द्वारा उपयोग की जाने वाली वास्तविक ऊर्जा का कितना हिस्सा कार्य करने में लिया जाता है, उसकी कुल ऊर्जा से यह अंक 0 से 1 के बीच का होता है, और इसका उच्चतम मान 1 होता है, जिसे Unity Power Factor कहते हैं। एक अच्छा Power Factor उपकरणों और सर्किट्स की कुशलता को बताता है.
Power Factor कैसे काम करता है?
पावर फैक्टर का काम करने का तरीका समझने के लिए, हमें पहले यह समझना जरूरी है कि PF क्या है? और इसका क्या मतलब है। Power factor kya hota hai? Power factor एक इलेक्ट्रिकल पैरामीटर है, जो बताता है कि एक इलेक्ट्रिकल सर्किट या सिस्टम में किस मात्रा में सक्रिय पावर का उपयोग कुल स्पष्ट पावर की तुलना में किया जा रहा है।
Power factor का क्या महत्त्व है?
PF का महत्व विद्युत प्रणालियों और उपकरणों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यहाँ कुछ मुख्य कारण दिए जा रहे हैं जिनसे समझा जा सकता है कि PF क्यों महत्वपूर्ण है-
- ऊर्जा की दक्षता: एक अच्छा power factor एक प्रणाली की ऊर्जा की दक्षता को दर्शाता है। जब PF अच्छा होता है (जैसे कि 0.95 या 1 के करीब), तो सिस्टम में कम losses होते हैं और अधिक उपयोगी ऊर्जा प्राप्त होती है। यह बिजली वितरण की दीर्घावधि में बचत करता है और इलेक्ट्रिकल नेटवर्क को अधिक प्रदर्शनशील बनाता है।
- बिजली बिल में कमी: अगर PF कम होता है (जैसे कि 0.7 या इससे कम), तो विद्युत आपूर्ति कंपनियां अत्यधिक रिएक्टिव पावर के लिए श्रेणी लगा सकती हैं। इसके परिणामस्वरूप, उपभोक्ताओं को अधिक बिजली बिल भुगतना पड़ सकता है। PF को सुधारकर, उपभोक्ताएं अपने बिल को कम कर सकती हैं।
- विद्युत प्रणाली की सुरक्षा और स्थिरता: अच्छा PF विद्युत प्रणाली की स्थिरता को बढ़ाता है और सिस्टम को विद्युतीय कोयलों (inductors) या उत्पादन संयंत्रों के द्वारा उत्पन्न होने वाली शोधनत्मक विद्युत शक्ति (reactive power) से बचाता है। यह अनियमितताओं और खराबीयों को कम करता है जो PF कम होने की वजह से हो सकती हैं।
- पर्यावरण में योगदान: अधिक उपयोगी ऊर्जा के उपयोग से, पावर फैक्टर को सुधारना पर्यावरण के लिए भी अच्छा होता है। कम विद्युतीय अपशिष्ट और कम ऊर्जा का उपयोग पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने में मदद करता है।
इन सभी कारणों से, power factor को सुधारना और अच्छा PF बनाए रखना उत्पादन और विद्युत प्रणाली के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह न केवल उपभोक्ताओं के लिए बिजली बिल को कम करने में मदद करता है, बल्कि विद्युत प्रणालियों के लिए भी उसकी स्थिरता और दक्षता को बढ़ाता है।
पूअर पावर फैक्टर क्या है? (What is Poor Power Factor)
“Poor Power Factor” व्यावहारिक रूप से उस स्थिति को दर्शाता है जब एक इलेक्ट्रिकल सिस्टम या सर्किट का Power Factor अच्छा नहीं होता है। यानी, इसमें अधिकांश विद्युतीय उपयोगी ऊर्जा के तुलनात्मक रूप से कम उपयोग किया जाता है और भूत-सक्रिय या शोधनात्मक ऊर्जा (reactive power) का उपयोग अधिक होता है।
- इंडक्टिव लोड्स (Inductive Loads): मोटर्स, ट्रांसफ़ॉर्मर्स, और बुल्ब्स जैसे उपकरण जो कि विद्युत की शक्ति के लिए कार्य करते हैं, इंडक्टिव या भूत-सक्रिय लोड्स के रूप में जाने जाते हैं। इन्हें चालित करने के लिए भूत-सक्रिय ऊर्जा की आवश्यकता होती है जो कि व्यवस्थित रूप से प्रयोग की जाती है। यह शोधनात्मक ऊर्जा का उपयोग बढ़ाता है और उपभोक्ता का power factor कम करता है।
- कैपेसिटिव लोड्स (Capacitive Loads): कई बार, कैपेसिटर्स जैसे उपकरण भूत-सक्रिय ऊर्जा को खुद ही अवश्य करते हैं, और अगर इसे सुधार किया गया होता है
इसे भी पढ़े-
CPU क्या होता है? पूरी जानकारी-
Electrical और Electronics में जाने क्या है? अंतर
पावर फैक्टर का मान (Power Factor Values)
Power factor (PF) के मान 0 से 1 के बीच होते हैं, जहां 1 सम्पूर्णता का Power Factor को दर्शाता है। यह व्यावसायिक और उद्योगिक इलेक्ट्रिकल सिस्टमों में एक महत्वपूर्ण पैरामीटर है। निम्नलिखित हैं विभिन्न पावर फैक्टर (Power Factor) के मानों की सामान्य रूप से स्वीकृत सीमाएँ:
Unity Power Factor (1.0):
- Active power (वास्तविक उपयोगी ऊर्जा) और Apparent power (कुल संपूर्ण ऊर्जा) में कोई भी विशेष विभाजन नहीं होता है।
- इससे सिस्टम की कार्यक्षमता बढ़ती है और ऊर्जा के बचाव में मदद मिलती है।
Leading Power Factor (>1.0):
- इस तरह के पावर फैक्टर 1 से अधिक होते हैं।
Lagging Power Factor (<1.0):
- इंडक्टिव लोड्स जैसे मोटर्स और ट्रांसफॉर्मर्स वाले उपकरण भूत-सक्रिय ऊर्जा का उपयोग करते हैं, जिससे लगिंग पावर फैक्टर पैदा होता है।
- ये पावर फैक्टर 1 से कम होते हैं।
Poor Power Factor:
- जब PF की मान बहुत कम होती है, तो सिस्टम को “poor power factor” कहा जाता है।
- इसका मतलब होता है कि अधिकांश विद्युतीय ऊर्जा विद्युत संयंत्र द्वारा निर्मित अनुक्रिया शक्ति का उपयोग करता है जो कि असही ऊर्जा का प्रवाह होता है।
अंतिम-
इस लेख में हमने जाना Power factor kya hota hai? और इससे जुड़ी लगभग सभी जानकरी अगर आपको इस लेख से सम्बंधित कोई सवाल या सुझाव है तो कमेंट बॉक्स के माध्यम से जरूर पूछे