अभी हाल फिलहाल में चाइना से आए एक और वायरस ने भारत में दहशत का का माहौल पैदा कर दिया है। इस वायरस का नाम है ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV)। दरअसल आमजन में इस वायरस को लेकर भय का माहौल इसलिए भी ज्यादा हो गया है क्योंकि दो तीन वर्ष पूर्व ही कोरोना वायरस नामक महामारी भी चाइना से ही आई थी और उसने लगभग पूरी दुनिया में लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया था। किसी भी महामारी के प्रकोप से जन जीवन की तो हानि होती ही है साथ ही देश की पूरी अर्थव्यवस्था भी प्रभावित होती है।

आज़ के आलेख में हम भारत में दस्तक दे रहे HMPV Virus के बढ़ते संक्रमण, उसकी रफ़्तार, लक्षण, बीमारी की चपेट में आए राज्य , स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह आदि से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी से आपको अवगत कराएंगे। यदि आपके आसपास पास भी लोगों में इस तरह के लक्षण देखने को मिल रहे हैं तो भ्रमित न हों और हमारे आलेख को पूरा पढ़कर इसकी रोकथाम का हिस्सा बनकर समाज को सुरक्षित रखने में अपना योगदान दें।
THE BLOG INCLUDE
बढ़ता संक्रमण
भारत में HMPV की रफ्तार
संक्रमित राज्य
कर्नाटक
गुजरात
असम
महाराष्ट्र
तमिलनाडु
राजस्थान
उत्तर प्रदेश
पश्चिम बंगाल
HMPV के लक्षण
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह
सावधानी
विशेष:
बढ़ता संक्रमण
इस बात के तो आमतौर पर संकेत मिले हैं कि भारत में भी HMPV Virus के मामले मिल रहे हैं। यद्यपि स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो ये एक मौसमी वायरस है। लेकिन इसके बढ़ते प्रकोप के चलते भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने जनहित में दिशानिर्देश जारी कर दिए हैं।
भारत में HMPV की रफ्तार
अब तक मिली जानकारी के अनुसार भारत में सबसे पहला मामला कर्नाटक के बंगलूरू में मिला है। कुल मिलाकर देश भर में लगभग HMPV के 13 मामले सामने आ चुके हैं।
संक्रमित राज्य
ताजातरीन जानकारी के अनुसार भारत में HMPV का सबसे पहला मामला कर्नाटक में सामने आया। इसके अलावा गुजरात, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, असम, राजस्थान व पश्चिम बंगाल में भी HMPV के लक्षण वाले मामले सामने आए हैं। उत्तर प्रदेश में भी कुछ मामले सामने आने की खबर आई है पर इसकी अभी आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हुई है।
कर्नाटक
कर्नाटक में बंगलूरू में एक तीन महीने की बच्ची और आठ महीने के बच्चे को संक्रमण की चपेट में आने के कारण अस्पताल में भर्ती किया गया है दोनों ही बच्चों की मेडिकल रिपोर्ट में ब्राॅन्कोन्यूमोनिया पाया गया। इसका लक्षण ये है कि फेफड़ों की कोशिकाओं में सूजन के कारण ज़ुकाम, बुखार और सीने में जकड़न की दिक्कत हो जाती है।
गुजरात
गुजरात में अब तक HMPV के 4 मामले सामने आ चुके हैं। तीन संक्रमित तो अहमदाबाद के ही हैं जिसमें दो केस में संक्रमित 1 वर्ष से भी कम उम्र के हैं। एक 80 साल के बुजुर्ग भी संक्रमित पाए गए। इसके अलावा सबरकांठा में एक 8 वर्षीय बच्चा संक्रमित पाया गया जिसे सांस लेने की तकलीफ़ के कारण वेंटीलेटर पर रखना पड़ा। पर अब उसकी स्थिति पहले से काफी बेहतर है। गुजरात का चौथा मामला एक 9 महीने के बच्चे के संक्रमण का पाया गया है, 9 जनवरी को उसे HMPV पाज़िटिव पाया गया।
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असम
अभी तक का सबसे नया मामला असम से मिला है जहां एक 10 माह के बच्चे को ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस से संक्रमित होने के चलते डिब्रूगढ़ के असम मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है। डाक्टरों के अनुसार इस समय बच्चे की हालत स्थिर है और फिलहाल वह खतरे से बाहर है।
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र में अब तक HMPV के कुल 3 मामले सामने आ चुके हैं जिसमें नागपुर के क्रमशः 7 वर्षीय और 13 वर्षीय बच्चे को संक्रमित पाया गया। इसके अलावा मुंबई का एक 6 माह का बच्चा भी इस बीमारी की चपेट में आ गया और उसका ऑक्सीजन लेवल 84% हो गया था, पर उसकी हालत में तेजी से सुधार के कारण अब वह पूरी तरह स्वस्थ है।
तमिलनाडु
तमिलनाडु में HMPV के दो मामले सामने आए हैं जिसमें चेन्नई का रहने वाला एक मरीज़ जिसकी उम्र 45 वर्ष और सलेम का रहने वाला एक शख्स जिसकी उम्र 69 वर्ष है। दोनों ही मरीजों क हालत स्थिर बताई जा रही है।
राजस्थान
राजस्थान में HMPV से दो लोगों के संक्रमित होने की अब तक पुष्टि हुई है। यहां डूंगरपुर जिले का एक बच्चा और दूसरा बारां जिले की एक 6 महीने की एक बच्ची का है। यहां प्रशासन ने अलर्ट जारी करते हुए सर्वे और लक्षणों की जांच करने के आदेश दे दिए हैं।
उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश में भी HMPV वायरस के दो संदिग्ध मामले सामने आए हैं जिसमें एक लखनऊ व दूसरा गाजियाबाद का है। लखनऊ की एक 60 वर्षीय महिला में इस तरह के लक्षण पाए गए हैं। वहीं गाजियाबाद में 93 वर्ष के एक बुजुर्ग में HMPV जैसे लक्षण देखे गए। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार इन दोनों ही मामलों में HMPV की पुष्टि नहीं हो पाई है।
पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल से मिली जानकारी के अनुसार राज्य में हर महीने औसतन HMPV के 2-3 मामले सामने आते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने ये भी बताया कि लगभग सभी मामलों में संक्रमितों को इस समस्या से निजात मिल चुकी है।
HMPV के लक्षण
अमूमन इस संक्रमण से पीड़ित मरीज को ज़ुकाम, बुखार, सीने में जकड़न व सांस लेने में दिक्कत की समस्या देखी गयी है। इस संक्रमण की चपेट में अभी तक कम उम्र के बच्चों को देखा गया है। कुछ मामलों में बुजुर्गो में भी HMPV के लक्षण पाए गए हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह
HMPV वायरस को लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञों की राय है कि ये वायरस ना ही नया है और ना ही लोगों को इससे घबराने की जरूरत है। इससे संबंधित मामलों से निपटने के लिए भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय श्वास संबंधी बीमारियों पर नियन्त्रण के लिए पूरा ध्यान दे रहा है। स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक डाक्टर अतुल गोयल ने भी इस बात की पुष्टि की है कि HMPV वायरस भारत समेत दुनिया के अनेक देशों में लंबे समय से सक्रिय रहा है।
विशेषज्ञों का ये भी मानना है कि सर्दियों के मौसम में न्यूमोनिया के संक्रमण का खतरा अमूमन बढ़ जाता है। इसलिए इसके लिए अलग से भय पालने की जरूरत नहीं है। साथ ही अभी तक ऐसा कोई संकेत नहीं है कि भारत में ये संक्रमण भयावह रूप धारण कर सकता है।
सावधानी
HMPV की एडवाइजरी में ये निर्देश जारी किया गया है कि इस तरह के संक्रमण से बचने के लिए अपने हाथों को साबुन या अल्कोहल बेस्ड सेनेटाइजर से कुछ अंतराल पर धोते रहें। साथ ही अधिक भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें और सर्दी ज़ुकाम व फ्लू से ग्रसित लोगों से आवश्यक दूरी बनाकर रहें तथा मास्क का प्रयोग करें।
विशेष:
उपरोक्त विष्लेषण में हमने देखा कि HMPV वायरस एक मौसमी संक्रमण है जो असावधानी बरतनें से भयावह रूप ले सकता है। लेकिन यदि हम साफ सफाई और स्वास्थ्य संबंधी सुरक्षा का ध्यान रखें तो इससे अकारण भयभीत होने की जरूरत नहीं है।
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