DGP DSP kya antar hai? बहुत से लोग ज्यादातर अपने करियर को लेकर उलझन में रहते हैं. DGP और DSP के बीच अंतर क्या अंतर क्या हैं, जबकि एक DGP पूरे राज्य प्रणाली को अपने हाथों में रखता है, वही एक DSP अपने से ऊपर के अधिकारियों द्वारा बनाई गई पुलिस प्रणाली पर काम करता है। यहां इस लेख में, नीचे दी गई तालिका में DGP DSP kya antar hai? इसके बीच 10 अंतरों पर चर्चा की गई है।
S.N | DGP | DSP |
01 | DGP State Level पुलिस की सबसे बड़ी पोस्ट है | यह एक State Level Post है |
02 | यह एक प्रमोशनल पोस्ट है | परीक्षा देकर यह आप डायरेक्टर बन सकते हैं |
03 | हर राज्य में DGP का एक वरिष्ठ पद होता है जिसका चयन UPSC के तहत किया जाता है | ये राज्य PSCS, PCS के माध्यम से गठित होते हैं और जिलों में काम करते हैं |
04 | डीजीपी यह राज्य या केंद्र शासित प्रदेश के पुलिस बल के संपूर्ण प्रशासन का प्रभारी होता है। | यह राज्य पुलिस का एक प्रतिनिधि होता है |
05 | राज्य की पूरी पुलिस व्यवस्था DGP के हाथ में है | अपने से ऊपर के अधिकारियों द्वारा बनाई गई पुलिस व्यवस्था पर काम करना होता हैं |
06 | राज्य के कई अधिकारी के DGP अधीन काम करते हैं | DSP राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों के अधीन काम करता है |
07 | वह यह सुनिश्चित करने के लिए ज़िम्मेदार है कि उसके नीचे के सभी अधिकारी अपना काम कर रहे हैं | अपने काम की रिपोर्ट वरिष्ठों को देनी होती है |
08 | इनका काम रक्षा और बैरियर सिस्टम के लिए नीतियां और योजनाएं बनाना होता है। | इनका काम रक्षा और बेरिया सिस्टम द्वारा बनाई गई नीतियों पर काम करना होता है। |
09 | DGP का काम पब्लिक की सपोर्ट का पूरा जानकारी लेना और क्राइम रोकने की योजना करना होता है | DSP का काम जनता का समर्थन करना और यदि कोई अपराध हो तो उसे रोकना है। |
10 | एक DIG का वेतन लगभग 2,05,400 रूपये प्रति माह होता है | एक DSP का वेतन लगभग 68,000 रुपये प्रति माह होता है। |
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