आज के समय में अनियमित दिनचर्या और अस्वास्थ्यकर खान पान से बहुत से लोग हाई यूरिक एसिड की समस्या से ग्रस्त हो जाते हैं। शरीर में यूरिक एसिड बढ़ जाने से बहुत सी शारीरिक परेशानियां बढ़ जाती हैं जैसे जोड़ों में दर्द, सूजन आदि। यदि किसी के शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा अत्यधिक बढ़ जाती है तो उस व्यक्ति का उठना बैठना दूभर हो जाता है। अदरक का रस यूरिक एसिड के इलाज के लिए बहुत कारगर देशी उपाय माना जाता है। अदरक के रस में शहद और नींबू मिलाकर पीने से बहुत हद तक यूरिक एसिड की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
आज के आलेख में हम आपको अदरक, शहद व नींबू के प्रयोग के द्वारा यूरिक एसिड के इलाज का नुस्खा बताने जा रहे हैं। यदि आप भी बढ़े हुए यूरिक एसिड की समस्या से परेशान हैं तो हमारे आज के आलेख को अंत तक पढ़ना आपके लिए बहुत उपयोगी साबित होगा।
Get Rid Of high Uric Acid: अदरक है बहुत कारगर
अदरक में एंटी- इंफ्लेमेटरी व एंटी ऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करते हैं। अदरक का सेवन शरीर में खून के दौरे को ठीक रखता है व अतिरिक्त यूरिक एसिड को तोड़कर बाहर निकालता है।
अदरक के रस में किन चीजों को मिलाकर करें सेवन?
Adrak के रस में कुछ देशी चीजें मिलाकर सेवन करने से यूरिक एसिड का लेवल तो कम होगा ही बल्कि ये हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बेहतर बनाएगा। आइए जानते हैं कि किस प्रकार और कैसे मिश्रण से करना है अदरक का सेवन –
Get rid of high uric acid: यद्यपि उपरोक्त देशी उपाय निश्चित रूप से लाभदायक साबित होगा पर इसके साथ ही आपको अपने खान-पान और दिनचर्या को नियमित व स्वास्थ्य के अनुकूल बनाना होगा। अधिक प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थों जैसे रेड मीट और सी फूड के सेवन से बचें। नियमित रूप से पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। नियमित रूप से शारीरिक व्यायाम करें, इससे यूरिक एसिड नियंत्रित रहता है। साथ ही कैफ़ीन और शराब के सेवन से दूर रहें, ये पदार्थ शरीर में यूरिक एसिड के लेवल को अनावश्यक रूप से बढ़ा सकते हैं।
Chanakya safalta Sutra: आचार्य चाणक्य अर्थशास्त्र, राजनीति शास्त्र और नीतिशास्त्र के मूर्धन्य विद्वान थे। उनके उत्कृष्ट सैद्धांतिक विचारों का अनुसरण समकालीन समय में भी अत्यंत महत्वपूर्ण और प्रासंगिक माना जाता है। आचार्य ने अपने नीतिशास्त्र में कई ऐसी सूक्ष्म बातें बताईं हैं जो व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकती हैं। ऐसे ही आचार्य ने विद्यार्थियों के लिए कुछ बहुत महत्वपूर्ण नीतिगत बातों का उल्लेख किया है जिनको आत्मसात् करने वाला विद्यार्थी बिना भटकाव के अपने लक्ष्य प्राप्ति में सफल होता है।
आज के आलेख में हम आपको आचार्य चाणक्य द्वारा विद्यार्थियों के लिए आत्मसात् करने योग्य 5 गुणों की चर्चा करेंगे जो उनके सफलता के मार्ग को प्रशस्त करने वाले मुख्य सोपान साबित होंगे।
THE BLOG INCLUDE
1- आलस्य का परित्याग करें:
2- समय का सदैव सदुपयोग करें:
3- अनुशासित बनें:
4- बुरे आचरण वाले लोगों से हमेशा बनाकर रखें दूरी:
5- काम भावना पर रखें नियंत्रण:
विशेष:
1- आलस्य का परित्याग करें:
आचार्य कहते हैं कि आलसी व्यक्ति से सफलता कोसों दूर रहती है। इसलिए विद्यार्थियों को हर हाल में आलस्य का परित्याग कर देना चाहिये। आलसी विद्यार्थी आलस की वजह से अपने जीवन में आए सफलता के अवसरों को खो देता है।
2- समय का सदैव सदुपयोग करें:
आचार्य कहते हैं कि समय हमारे जीवन में बहुत मूल्यवान है क्योंकि जो समय बीत जाएगा, वो फिर कभी लौटकर वापस नहीं आ सकता। अतः विद्यार्थियों को समय का सकारात्मक उपयोग करना चाहिए और वो भी एक निश्चित रणनीति बनाकर। जो विद्यार्थी योजनाबद्ध तरीके से समय का सदुपयोग करते हैं, उनके जीवन में हताशा और निराशा का स्थान नहीं होता।
आचार्य के अनुसार अनुशासन विद्यार्थियों का ऐसा गुण है जो उन्हें छोटी बड़ी चीजों की अहमियत से रूबरू करवाता है। ऐसी सोच वाला विद्यार्थी निरंतर आगे बढ़ता है और अंतः कामयाबी हासिल कर लेता है।
4- बुरे आचरण वाले लोगों से हमेशा बनाकर रखें दूरी:
आचार्य कहते हैं कि विद्यार्थियों को किसी भी परिस्थिति में गलत लोगों के बीच नहीं उठना बैठना चाहिए। इसके विपरीत जो विद्यार्थी बुरी संगत में फंस जाते हैं, वो अपनी बर्बादी का रास्ता स्वयं चुनते हैं। याद रखें सफलता हमेशा सन्मार्ग के आधीन होती है।
5- काम भावना पर रखें नियंत्रण:
आचार्य के अनुसार विद्यार्थियों को काम भावना पर आवश्यक रूप से नियंत्रण रखना आना चाहिए। इसके अंतर्गत कई तरह के लोभ व लालच भी आते हैं। क्योंकि ये सभी चीजें विद्यार्थियों की एकाग्रता व शांति को भंग कर देती हैं जो विद्यार्थी जीवन के लिए बहुत आवश्यक है।
Chanakya safalta Sutra: द्वारा विद्यार्थियों के लिए बताए गए ये नीति सूत्र बहुत उपयोगी और हर युग में प्रासंगिक है जिसका अनुपालन कर विद्यार्थी सफलता के नित नए आयाम स्थापित कर सकते हैं।
भारतीय जीवन बीमा निगम अपने ग्राहकों के लिए समय समय पर उनकी जरूरत के अनुकूल पॉलिसीज लाती रहती है ताकि ग्राहकों को बेहतर निवेश के साथ बेहतर सुरक्षा, बेहतर कवरेज़ और बेहतर लाभ मिल सके। LIC की ऐसी ही एक पॉलिसी है LIC Dhan Varsha Policy जो अपने निवेशकों को लंबे समय तक बढ़िया रिटर्न देती है। इस पॉलिसी में बीमा कवर तो मिलता ही है साथ ही इसमें बंपर कमाई का रास्ता भी मिलता है जो आपको 10 गुना तक फायदा पहुंचा सकता है।
आज के आलेख में हम आपको LIC Dhan Varsha Policy की महत्वपूर्ण जानकारी से अवगत कराएंगे। यदि आप भी अपने भविष्य को सुरक्षित रखते हुए एक बेहतर रिटर्न प्राप्त करना चाहते हैं तो हमारे आज के आलेख को पूरा पढ़ना आपके लिए बहुत उपयोगी साबित होगा।
THE BLOG INCLUDE
योजना के लाभ:
LIC धन वर्षा में ऐसे करें निवेश:
इस तरह LIC Dhan Varsha से होगी 10 गुना कमाई:
10 गुना रिटर्न प्राप्त करने के लिए आपको निम्न बातों का ध्यान रखना होगा –
विशेष:
योजना के लाभ:
LIC Dhan Varsha Policy में निवेश करने से बीमाधारक को कई लाभ मिलते हैं जिसमें मुख्य रूप से बीमा सुरक्षा के साथ बढ़िया रिटर्न शामिल है। आइए जानते हैं इस पॉलिसी की मुख्य विशेषताएं कौन सी हैं-
रिटर्न का बेहतरीन अवसर: इस योजना में निवेश करने पर 10 गुना तक रिटर्न प्राप्त हो सकता है।
बीमा सुरक्षा: इस योजना में जीवन बीमा भी प्राप्त होता है।
फ्लेक्सिबिलिटी: इस योजना में प्रीमियम राशि और निवेश की अवधि को आप अपनी सुविधानुसार चुन सकते हैं जिसमें तिमाही और वार्षिक का विकल्प उपलब्ध है।
LIC धन वर्षा में ऐसे करें निवेश:
यह योजना में निवेश करना बहुत सरल है। इसके लिए आप अपनी LIC की नजदीकी शाखा या उससे संबंधित अधिकृत एजेंट से संपर्क कर लें। इसके उपरांत अपनी आयु, निवेश अवधि और प्रीमियम राशि तय करनी होगी। इसे क्रमवार निम्न स्टेप्स से समझें –
सबसे पहले LIC Dhan Varsha Policy को चुनें
इसके बाद अपना आवेदन भरें,साथ ही सभी आवश्यक दस्तावेज जमा कर दें।
इस योजना का सबसे बड़ा लाभ इसका 10 गुना प्राप्त होने वाला रिटर्न है। यदि आपने इस योजना में सही ढंग से निवेश कर दिया तो दसगुना कमाई करने में सफल हो सकते हैं। इस योजना में मिलने वाला लाइफ इंश्योरेंस कवरेज आपको व आपके परिवार के लिए सुरक्षा की गारंटी है। ये पॉलिसी आपके लिए एक बेहतरीन वित्तीय योजना हो सकती है।
10 गुना रिटर्न प्राप्त करने के लिए आपको निम्न बातों का ध्यान रखना होगा –
आपको लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहिए।
अपने प्रीमियम का निर्धारित समय पर भुगतान करें।
निवेश अवधि का निर्धारण अपने रिटर्न को ध्यान में रखकर करें।
LIC Dhan Varsha Policy बीमाधारक व उसके परिवार को न केवल जीवन बीमा कवर प्रदान करती है बल्कि एक बेहतरीन रिटर्न भी प्रदान करती है। इस स्कीम में सही तरीके से किया गया निवेश आपके रिटर्न लाभ को दसगुना तक पहुंचा सकता है.
अपने सपने को साकार करना अमूमन हर युवा की दिली ख्वाहिश होती है और उसको साकार करने के लिए वो कोई कोर कसर नहीं छोड़ते। ऐसे ही कुछ युवा सिविल सेवा में सफल होने के लिए अपना बेंचमार्क बना कर तैयारी करते हैं। कहना न होगा कि अपना एक विज़न बना कर उसी के अनुरूप मेहनत करने वालों को सफलता अवश्य मिलेगी। दृढ़ इच्छाशक्ति, लगन और अनुशासन बहुत महत्वपूर्ण सोपान हैं सिविल सेवा परीक्षा क्रैक करने के लिए। पर कभी कभी ऐसा भी होता है कि कुछ लोगों को कई वर्षों तक तैयारी करने के बाद सफलता मिलती है और कुछ मेधावी पहले ही प्रयास में उसे हासिल कर लेते हैं।
ऐसी ही एक प्रतिभाशाली IAS अफसर अनन्या सिंह हैं जो 22 वर्ष की उम्र में अपने पहले ही प्रयास में UPSC सिविल सेवा की परीक्षा क्रैक कर सर्वोच्च सरकारी सेवा में प्रशासनिक अधिकारी बन गईं। आज के आलेख में हम युवाओं की प्रेरणा बनी अनन्या सिंह की सफलता की कहानी आपके समक्ष रखेंगे। यदि आप भी सिविल सेवा परीक्षा के लिए तैयारी करने वालों में से हैं तो हमारे आज के आलेख को पूरा पढ़ना आपके लिए बहुत उपयोगी और प्रेरक साबित होगा।
Success Story IAS: बचपन से ही मेधा की धनी थीं अनन्या:
मूलतः प्रयागराज निवासी अनन्या सिंह बचपन से ही मेधावी छात्रा थीं। प्रारंभिक शिक्षा प्रयागराज के सेंट मैरी कॉन्वेंट स्कूल से हुई। अनन्या 10वीं व 12वीं की परीक्षा में क्रमशः 96%और 98.25% अंक हासिल कर जिले में टॉप पर रहीं। 12वीं के बाद उन्होंने दिल्ली के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से अर्थशास्त्र में स्नातक किया।
बहुत छोटी उम्र से ही संजोया था सिविल सेवा में जाने का सपना:
Success Story IAS: अनन्या ने सिविल सेवा में जाने का बहुत कम उम्र से ही विज़न बना रखा था और इसको फॉलो करते हुए उन्होंने अपने स्नातक के लास्ट ईयर से ही UPSC की परीक्षा के लिए तैयारी विधिवत् शुरू कर दी। इसी क्रम में वो प्रतिदिन नियमित रूप से 7-8 घंटे की पढ़ाई करती रहीं। इसी से समझा जा सकता है कि वो अपने लक्ष्य के प्रति कितनी संजीदा थीं.
प्रारंभिक परीक्षा व मुख्य परीक्षा के पहले बेहतर रणनीति और टाइम मैनेजमेंट बहुत आवश्यक होता है:
जैसा कि ऊपर बताया जा चुका है कि अनन्या अपने लक्ष्य के प्रति बहुत संजीदा थीं, इसलिए उन्होंने प्रयास में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। बकौल अनन्या टाइम मैनेजमेंट बहुत मायने रखता है इसलिए उन्होंने टाइम टेबल बनाकर जमकर पढ़ाई की। जब उन्हें लगा कि अब उनका बेस संतोषजनक रूप से मजबूत हो गया है तब उन्होंने पढ़ाई का समय कुछ कम किया। इस दौरान उन्होंने UPSC परीक्षा के लिए किताबों की क्रमवार लिस्ट बनाकर सिलेबस के अनुसार किताबें जुटाईं। इसके बाद उन्होंने नोट्स बनाना शुरू कर दिया। अनन्या सिंह ने एक साक्षात्कार के दौरान बताया कि नोट्स बनाने के मुख्य रुप से दो बहुत उपयोगी लाभ मिलते हैं,पहला नोट्स बनाने से उत्तर मांइड में सेट हो जाते हैं तथा दूसरा रिवीजन भी आसानी से होता रहता है।
मेहनत रंग लाई और UPSC परीक्षा में 51वीं रैंक लाकर शानदार सफलता हासिल की:
अनन्या सिंह ने मात्र एक वर्ष की तैयारी करके अपने पहले ही प्रयास में आईएएस बनने के अपने सपने को साकार कर लिया। एक वर्ष की तैयारी के साथ UPSC क्रैक करना और उसमें भी 51वीं रैंक हासिल करना एक 22 वर्षीया युवा की बहुत बड़ी उपलब्धि है। इस प्रकार अनन्या 2019 में सिविल सेवा परीक्षा में 51वीं रैंक हासिल कर आईएएस अधिकारी बन गईं।
विशेष:
इस प्रकार उपरोक्त success Story के आकलन से ये बात बिल्कुल स्पष्ट हो जाती है कि किसी मुकाम को हासिल करने के लिए मान लेने से काम नहीं चलेगा बल्कि ठान लेना ही परिणाम तक पहुंचने का रास्ता है।
LIC Bima Jyoti yojana: भारतीय जीवन बीमा निगम देश के हर वर्ग की जेब व जरूरत को ध्यान में रखकर समय समय पर विभिन्न बीमा योजनाएं लाती रहती है। LIC की ऐसी ही एक बहुचर्चित व कामकाजी लोगों को आकर्षित करने वाली योजना है , बीमा ज्योति योजना। इसे एक तरह की बंदोबस्ती योजना कहा जा सकता है। इस योजना का फॉर्मेट पॉलिसीधारक के साथ ही उसके परिवार पूरा कवरेज देना है जिसके अंतर्गत मृत्यु लाभ व परिपक्वता लाभ शामिल हैं।
आज के आलेख में हम आपको LIC की बीमा ज्योति योजना की विस्तृत व महत्वपूर्ण जानकारी से अवगत कराएंगे। यदि आप भी अपने व अपने परिवार के भविष्य के लिए एक सुरक्षित निवेश की तलाश में हैं तो हमारे आज के आलेख को अंत तक पढ़ना आपके लिए बहुत उपयोगी साबित होगा।
THE BLOG INCLUDE
निवेश और परिपक्वता लाभ:
किसके लिए है सबसे बेहतर?
प्रीमियम और बोनस की जानकारी:
एक सुरक्षित निवेश विकल्प:
योजना में कैसे करें निवेश?
परिपक्वता पर मिलने वाले रिटर्न की गणना कैसे करें?
कर लाभ और टैक्स प्लानिंग:
सुरक्षा और बचत का सही संयोजन:
क्या LIC बीमा ज्योति योजना आपके वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करती है?
विशेष:
निवेश और परिपक्वता लाभ:
इस योजना में पॉलिसीधारक 1000 रूपए की दर से गारंटीड बढ़ोत्तरी का मुनाफा कमा सकते हैं यानि मूल बीमा की राशि में 50 प्रति हजार की दर से बढ़ोत्तरी होगी और यह लाभ हर पॉलिसी वर्ष के अंत में स्वयं: पॉलिसी में जुड़ जाएगी। योजना की परिपक्वता अवधि पूरी होने पर बीमाधारक को मूल बीमा राशि दे दी जाएगी। साथ ही मैच्योरिटी रकम में सामान्य प्रत्यावर्ती बोनस व अंतिम अतिरिक्त बोनस भी शामिल होता है।
किसके लिए है सबसे बेहतर?
बीमा ज्योति योजना विशेष रूप से नौकरीपेशा लोगों के लिए उपयुक्त है। क्योंकि उनकी आय नियमित और निर्धारित होती है। अतः ऐसे लोग अपनी बचत को बहुत सोच समझ कर निवेश करते हैं। ऐसे में सीमित आय और बेहतर भविष्य के बीच एक सुरक्षित निवेश सेतु की भूमिका अदा करता है। इस प्रकार बीमा ज्योति योजना बीमाधारक और उसके परिवार दोनों की सुरक्षा की गारंटी लेती है।
इस योजना में पॉलिसीधारक प्रीमियम भुगतान के लिए अपनी सुविधानुसार विकल्प चुन सकता है जो सालाना, छमाही, तिमाही और मासिक रूप में उपलब्ध है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कभी समय पर प्रीमियम भुगतान न होने की स्थिति में पॉलिसीधारक को 30 दिनों की छूट दी जाती है ताकि वो बिना किसी पेनाल्टी के अपने बकाया प्रीमियम का भुगतान कर सके। इस योजना में पॉलिसीधारक को मैच्योरिटी अमाउंट में साधारण प्रत्यावर्ती बोनस व अंतिम अतिरिक्त बोनस का लाभ दिया जाता है।
एक सुरक्षित निवेश विकल्प:
जैसा कि ऊपर स्पष्ट किया गया है कि यह योजना एक बंदोबस्ती योजना की तरह काम करती है जिसमें पॉलिसीधारक और उसके परिवार को मृत्यु लाभ और परिपक्वता लाभ का कवरेज दिया जाता है। इस प्रकार यह योजना बीमाधारक के लिए पूरी तरह से सुरक्षित निवेश के रूप में काम करती है।
योजना में कैसे करें निवेश?
सबसे पहले LIC के ऑफिशियल पोर्टल पर जाएं
उस पर दाहिनी तरफ दिख रहे मेन्यू से “ऑनलाइन पेमेंट” का विकल्प चुनें
अब “ऑनलाइन ग्राहक पोर्टल” सेलेक्ट करें
यदि आप पहले से रजिस्टर्ड हैं तो रजिस्टर्ड मेल आईडी, पासवर्ड व जन्मतिथि भरें
यदि नए यूजर हैं तो “साइन अप” सेलेक्ट करें
नाम, पॉलिसी नंबर, लिंग, पैन आईडी, जन्मतिथि, प्रीमियम मोड, रजिस्टर्ड मेल आईडी व फोन नंबर जैसी आवश्यक जानकारी भरें
इसके बाद “आगे बढ़े” पर क्लिक करें
अब नेट बैंकिंग के रूप में मौजूद विकल्पों के माध्यम से अपने प्रीमियम का भुगतान कर सकते हैं
परिपक्वता पर मिलने वाले रिटर्न की गणना कैसे करें?
LIC Bima Jyoti yojana में निवेश करने पर पॉलिसीधारक को 1000 रूपए के कुल निवेश पर 50 रूपए का रिटर्न लाभ मिलता है। साथ में 100000 रूपए का सम एश्योर्ड लाभ भी प्राप्त होगा। इस योजना में न्यूनतम निवेश राशि 100000 रुपए है। अब मान लीजिए कि किसी ने इस योजना के तहत 15 साल के लिए 10 लाख रुपए का बीमा कराया है। इस प्रकार हर पॉलिसी वर्ष के लिए गारंटीड गणना 100050 होगी जो 50,000 रूपए के बराबर हो गया। अतः 15 साल के आखिर में गारंटीड ग्रोथ के रूप में कुल राशि 50,00015 हो जाएगी जो 7,50,000 रूपए के बराबर है। इस प्रकार पॉलिसी की मैच्योरिटी पर मिलने वाली अंतिम राशि की गणना 10,00000 रूपए व 7,50,000 रूपए को जोड़ कर की जाएगी तो अंतिम रूप से कुल परिपक्वता राशि 17,50,000 हो जाएगी।
कर लाभ और टैक्स प्लानिंग:
इस योजना के अंतर्गत पॉलिसीधारक को भुगतान किए गए प्रीमियम पर आयकर अधिनियम की धारा 80C व 10(10D) के तहत छूट का लाभ मिलेगा। इस प्रकार बीमाधारक अपनी टैक्स प्लानिंग भी सुविधानुसार नियोजित कर सकता है।
सुरक्षा और बचत का सही संयोजन:
एक सामान्य नौकरीपेशा व निर्धारित आय वाले व्यक्ति के लिए यह योजना उसकी अपेक्षाओं के अनुकूल मानी जा सकती है। क्योंकि यह योजना बीमाधारक को गारंटीड रिटर्न लाभ देती है साथ ही बीमाधारक व उसके परिवार को मृत्यु लाभ और परिपक्वता लाभ का कवरेज प्रदान करती है।
क्या LIC बीमा ज्योति योजना आपके वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करती है?
बीमा ज्योति योजना बीमाधारक की मृत्यु के बाद उसके परिवार को फाइनेंशियल कवरेज प्रदान करती है तथा मैच्योरिटी पर बीमाधारक को निवेश की गई रकम की दोगुनी राशि प्राप्त होती है। इस प्रकार ये योजना बचत और सुरक्षा के रूप में बीमाधारक के वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने में अहम भूमिका निभाती है।