6 month business course: आज के समय में हर व्यक्ति अपने करियर के लिए मेहनत कर रहा है लोग लंबी पढ़ाई करते हैं जिससे उन्हें एक अच्छी नौकरी मिल सके लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में 6 महीने के अंदर पूरे किए जाने वाले कुछ ऐसे शॉर्ट टर्म कोर्स उपलब्ध हैं जो आपके करियर को आगे बढ़ाने और नई स्किल्स को हासिल करने में काफी सहायक साबित हो सकते हैं। इस आर्टिकल में हम जानेंगे 6 month business course के बारे और आपको उनकी अवधि, फीस और संभावित सैलरी के बारे में विस्तृत जानकारी से अवगत कराएंगे।
इस कोर्स की अवधि 3 से 6 महीने है इसमें आपको SEO, SEM सोशल मीडिया, मार्केटिंग, कंटेंट मार्केटिंग एवं गूगल एड्स की पढ़ाई करनी होगी जिसकी फीस 20,000 से 50,000 तक है और बात करें अगर इसकी सैलरी की तो यह ढाई लाख से 6 लाख प्रतिवर्ष तक हो सकती है जो कि अनुभव के साथ बढ़ती भी है।
वेब डिजाइनिंग कोर्स:
इस कोर्स की अवधि 6 महीने है जिसमें आपको एचटीएमएल सीएसएस, जावास्क्रिप्ट, यूएक्स/ यूआई डिजाइन, रेस्पॉन्सिव डिजाइन की पढ़ाई करनी होगी जिसमें आपकी फीस 15000 से 50000 तक है साथ ही इसमें दो लाख से 5 लाख प्रतिवर्ष की सैलरी प्राप्त होती है।
ग्राफिक डिजाइनिंग कोर्स:
इस कोर्स की अवधि 3 से 6 महीने हैं इसमें आपको एडोब फोटोशॉप, इलस्ट्रेटर, कोरल्ड्रॉ, कनवा आदि की पढ़ाई करनी होती है। इस कोर्स की फीस 10 से ₹40000 तक होती है और सैलरी 2 लाख से चार लाख प्रतीक वर्ष संभावित है।
इस कोर्स की अवधि 6 महीने होती है जिसमें आपको एक्सेल, एसक्यूएल, पाइथन, डाटा विजुलाइजेशन टूल्स आदि की पढ़ाई करनी होती है जिसकी फीस 30000 से ₹100000 तक होती है साथ ही इसमें आपको तीन लाख से 8 लाख प्रतिवर्ष की सैलरी प्राप्त होने की संभावना होती है।
कंटेंट राइटिंग कोर्स:
इस कोर्स की अवधि 3 से 6 महीने तक होती है जिसमें आपको राइटिंग टेक्निक्स, ब्लॉगिंग, SEO राइटिंग और कॉपी राइटिंग जैसी चीज़ पढ़ाई जाती हैं जिसमें आपकी 10000 से 25000 तक की फीस लगती है साथ ही इस कोर्स की सैलरी 2 लाख से 5 लाख प्रति वर्ष तक होती है।
एडवांस्ड एक्सल और एमआईएस कोर्स:
इस कोर्स की अवधि 2 से 6 महीने की होती है जिसमें आपको एडवांस्ड एक्सल फंक्शंस, VBA, मैक्रोस, डैशबोर्ड क्रिएशन आदि की पढ़ाई करनी होती है। इसकी फीस 5000 से ₹20000 तक होती है और सैलरी 2 लाख से साढे चार लाख प्रतिवर्ष तक।
इस कोर्स की अवधि 6 महीने होती है जिसमें आपको पैथोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी लैब टेस्टिंग टेक्निक्स आदि की पढ़ाई करनी होती है इसकी फीस 20000 से ₹70000 तक होती है और साथ ही सैलरी 2 लाख से चार लाख प्रतिवर्ष तक।
विशेष:
उपरोक्त विकल्पों में अपने लिए एक कोर्स का चयन करते हुए अपनी रुचि और कैरियर के विषय में अवश्य अच्छे से सोच लें। कोर्स की फीस, सैलरी, संस्थान आपकी स्किल के आधार पर बदल सकती है।
Effect of cold on Tulsi plant: हमारे देश में तुलसी का पौधा केवल एक पौधा नहीं है बल्कि इसके धार्मिक महत्व भी है तुलसी के पौधे का जितना औषधीय महत्व होता है उतना ही इसको लेकर लोगों के मन में श्रद्धा भी है। लेकिन सर्दियों के मौसम में तुलसी के पौधे की ग्रोथ अचानक से रुक जाती है और कई बार सर्दियां बढ़ने पर यह पौधा बिल्कुल सूख भी जाता है। आज के आलेख में हम आपको सर्दी के मौसम में तुलसी के पौधे को सुरक्षित रखने का अचूक नुस्खा बताने जा रहे हैं। हमारे आलेख को पूरा पढ़कर आप अपने घर की तुलसी को ठंड और पाले के प्रकोप से बचा सकते हैं।
Effect of cold on Tulsi plant: इस उपाय से दें अपने तुलसी के पौधे को सुरक्षा:
सर्दियों में घने कोहरे और पाले की वजह से तुलसी की ग्रोथ रुक जाती है जिससे कि उसका पौधा सूखने लगता है लेकिन अगर उसकी देखभाल अच्छी तरह से की जाए ताकि उसमें पोषक तत्व मौजूद रहें तो पौधा जरूर हरा भरा बना रह सकता है। तुलसी के पौधे को हरा-भरा बनाए रखने के लिए उसमें हल्दी पाउडर और एलोवेरा का प्रयोग किया जा सकता है। एलोवेरा बहुत गुणकारी होता है, उसमें मौजूद आयरन, पोटेशियम और कैल्शियम जैसे पोषक तत्व तुलसी के पौधे को स्वस्थ रखने में सहायता करते हैं। साथ ही हल्दी पाउडर में एंटीबैक्टीरियल और एंटी फंगल अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं जो पौधे को सभी प्रकार के कीट और रोगों से दूर रखते हैं।
Effect Of Cold On Tulsi Plant
हल्दी का पाउडर और एलोवेरा का इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले आपको तुलसी के पौधे के आसपास की मिट्टी की खुदाई करनी होगी, उसके बाद मिट्टी में एक चम्मच हल्दी का पाउडर और साथ में छोटे-छोटे टुकड़ों में एलोवेरा काट कर डाल देना होगा। इसके बाद भुरभुरी मिट्टी को डालकर उसमें ऊपर से सिंचाई करनी होगी। हल्दी पाउडर व एलोवेरा का इस्तेमाल महीने में सिर्फ एक बार करने पर ही आपको फर्क दिखाने लगेगा और आपको यह प्रयोग महीने में केवल एक बार ही करना होगा क्योंकि ऐसा बार-बार करने से तुलसी के पौधे के पर्याप्त पोषक तत्व खत्म भी हो सकते हैं।
इसके अलावा तुलसी के पौधे को सर्दियों में हरा भरा रखने के लिए रात के समय पौधे को ऊपर से ढक कर कवर कर दें जिससे कि इस पर घने कोहरे और पाले का सीधा असर न पड़े। साथ ही नियमित सिंचाई करते रहने से भी तुलसी का पौधा सर्दियों की चपेट में आने से बचेगा।
केंद्र सरकार द्वारा 2024 में प्रस्तुत किए गए बजट में कई प्रकार के बदलाव लाए गए हैं जैसे की इनकम टैक्स के कुछ महत्वपूर्ण बदलाव भी सामने आए हैं और उनका असर हमें इस साल संभवत देखने को मिल सकता है। इनकम टैक्स में हुए बदलाव का असर मुख्य रूप से 2025 में नौकरीपेशा लोगों के वेतन पर देखने को मिलेगा। आज के आलेख में हम इस विषय में विस्तार से जानते हैं कि आपकी सैलरी पर इस बदलाव का क्या असर पड़ने वाला है?
THE BLOH INCLUDE
पिछला बजट 2024 का लेकिन असर 2025 में
TDS के नियमों में बदलाव
NPS के लिए कटौती की लिमिट को बढ़ाया गया
नौकरीपेशा लोगों के लिए TCS पर क्रेडिट क्लेम होगा आसान
विशेष:
पिछला बजट 2024 का लेकिन असर 2025 में
आम चुनाव 2024 के बाद केंद्र सरकार ने केंद्रीय बजट में कुछ ऐसे नियम प्रस्तुत किए थे जो वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब लागू हो गए हैं, लेकिन इनका असर 2025 के दौरान रिटर्न फाइल करने के समय देखने को मिल सकता है। इन नियमों का असर कैपिटल जन से लेकर टैक्स स्लैब और टीडीएस पर भी देखने को मिल सकेगा जिसकी वजह से इनकम टैक्स के बदले नियम वेतन पर भी अच्छा खासा असर डालेंगे।
Income Tax News: TDS के नियमों में बदलाव
2025 में सरकार द्वारा टीडीएस के नियमों में बदलाव हुआ है जिससे आपके मिलने वाले वेतन से कई नियमों के तहत टीडीएस को कम किया जा सकता है और आपके अन्य स्रोतों पर होने वाली आय पर टीडीएस काटने की स्थिति में आप अपना पैसा बचा सकते हैं। इस प्रकार इनकम टैक्स के बदले नियम आपके वेतन पर प्रभाव डाल सकते हैं।
केंद्र सरकार द्वारा टीडीएस की दर को इस बार 5 से 2% तक किया गया है और साथ ही कॉमर्स ऑपरेटर के लिए टीडीएस रेट को एक प्रतिशत से कम करके 0.1% किया गया है। लॉटरी लाइफ इंश्योरेंस पर भी टीडीएस को 5% से कम करके दो प्रतिशत कर दिया गया है और सरकारी कर्मचारी की तरफ से होने वाले एनपीएस के लिए कटौती की लिमिट्स को बढ़ा दिया गया है। पहले यह लिमिट 10% थी लेकिन अब उसे बढ़ाकर 14% तक कर दिया गया है।
नौकरीपेशा लोगों के लिए TCS पर क्रेडिट क्लेम होगा आसान
इन बदलावों का असर लॉन्ग टर्म कैपिटल और शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन पर लागू किया गया है। इक्विटी और इक्विटी ओरिएंटेड म्युचुअल फंड्स पर जो टैक्स 15% था उसे बढ़ाकर 20% किया गया है और इसके साथ लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन में 12.5% टैक्स लिया जाएगा। इसके अलावा अगर हम बात करें तो नौकरी पेशा लोगों के लिए टीसीएस पर क्रेडिट क्लेम बेहद आसान हो जाएगा। अतः जिनके बच्चे देश के बाहर जाकर पढ़ने वाले हैं तो उन पर TSC और टीडीएस क्रेडिट का नियम 1 जनवरी 2025 से लागू हो चुका है।
Bhartiya Rail Mathura: भारत विविधता में एकता का देश माना जाता है। यहां धार्मिक स्थलों से लेकर के हिल स्टेशन तक में विश्व भर के पर्यटक आते हैं और इन सभी को एक साथ जोड़ने का काम हमारे भारतीय रेलवे के द्वारा किया जाता है। रेल व्यवस्था के चलते ही हमारी अर्थव्यवस्था को भी और अधिक मजबूती मिलती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इंडियन रेलवे विश्व का चौथा बड़ा रेल नेटवर्क है जहां रोजाना 13000 से भी अधिक ट्रेनों का संचालन किया जाता है। यह लगभग 38000 किलोमीटर लंबी ट्रैकों पर संचालित होती है और भारतीय रेलवे का यह नेटवर्क भारत के हर कोने तक फैला हुआ है चाहे फिर वह बात शहरी क्षेत्र की हो या फिर ग्रामीण क्षेत्र की।
लेकिन क्या आप उसे स्टेशन का नाम जानते हैं जहां से आप देश की चारों दिशाओं के लिए ट्रेन पकड़ सकते हैं और इसे भारत का सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशन भी कहा जाता है। यहां 24 घंटे आपको गंतव्य तक जाने वाली ट्रेन मिल जाएगी। संभव है आप सभी अपने मन में इस रेलवे स्टेशन का नाम कहीं दिल्ली सोच रहे होंगे लेकिन आपका यह जवाब बिल्कुल ही गलत है। आज के आलेख में हम आपको उस रेलवे स्टेशन की जानकारी से अवगत कराएंगे जहां से आपको पूरे देश में कहीं भी आने जाने की सुविधा उपलब्ध होगी।
मथुरा जंक्शन, यहां हर रूट के लिए 24 घंटे ट्रेन उपलब्ध रहती है:
भारत का इकलौता रेलवे स्टेशन जहां चारों दिशाओं के लिए ट्रेन मिलती है उसका नाम है मथुरा जंक्शन। यह उत्तर मध्य रेलवे जोन में आता है जो कि देश के सबसे बड़े रेलवे जंक्शनों में से एक है। यहां आपको हर रूट के लिए 24 घंटे ट्रेन मिल जाएगी। मथुरा जंक्शन पर कुल 10 प्लेटफॉर्म्स हैं। रेलवे इंफ्रा के मुताबिक मथुरा जंक्शन पर कुल 197 ट्रेनों का स्टॉपेज है जिनमें राजधानी, शताब्दी, दुरंतो, सुपरफास्ट आदि ट्रेनें शामिल हैं जबकि 13 ट्रेन यहां से अलग-अलग दिशाओं के लिए अपना सफर शुरू करती हैं। साल 1875 में पहली बार मथुरा जंक्शन से ट्रेनों का संचालन शुरू किया गया था क्योंकि यह एक धार्मिक स्थल था।
मथुरा को भगवान श्री कृष्ण की नगरी भी माना जाता है। होली और जन्माष्टमी के समय यहां पर और भी भीड़ हो जाती है जिसके कारण यहां पर नई और स्पेशल ट्रेनों का संचालन भी किया जाता है।
इस लेख में Bhartiya rail news से जुड़ी सभी जानकारियां दी गई हैं जो इस लेख के लिए महत्वपूर्ण हैं। अगर आपके पास इस लेख से जुड़ा कोई सवाल या सुझाव है तो कृपया कमेंट बॉक्स के जरिए पूछें। धन्यवाद।
LIC Mutual Funds: आज की इस भाग दौड़ भरे जीवन में हर व्यक्ति अपने लिए एक सुरक्षित और फायदेमंद निवेश की तलाश कर रहा है। ऐसे में लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन के प्लान आपके लिए बेस्ट ऑप्शंस हो सकते हैं। भारतीय जीवन बीमा निगम जो कि भारत की सबसे प्रतिष्ठित सरकारी कंपनियों में से एक है, आपको ऐसी स्कीम देती है जिसमें आप ₹300000 का एकमुश्त निवेश करके प्रति माह 26000 रुपए की मासिक आय प्राप्त कर सकते हैं।
इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि एलआईसी के एकमुश्त निवेश के प्लान में कौन सी सुविधाएं व लाभ प्राप्त होते हैं।
THE BLOG INCLUDE
इंश्योरेंस प्लान:
म्यूचुअल फंड प्लान:
अब 300000 के निवेश से 26000 मासिक आय का फार्मूला समझते हैं-
पिछले प्रदर्शन के अनुसार, इस फंड ने निम्नलिखित रिटर्न दिया है
लार्ज कैप फंड्स में निवेश:
सिस्टमेटिक विड्राल प्लान:
कंपाउंडिंग पावर और निवेश का महत्व:
महत्वपूर्ण सुझाव:
इंश्योरेंस प्लान:
इन योजनाओं में निवेश करके आप न केवल अपना जीवन का बीमा करा सकते हैं बल्कि अच्छा रिटर्न भी प्राप्त कर सकते हैं। इन योजनाओं में आम तौर पर 7% से 9% तक का रिटर्न मिलता है।
म्यूचुअल फंड प्लान:
यह योजना उन लोगों के लिए है, जो सिर्फ निवेश के जरिए अच्छा रिटर्न प्राप्त करना चाहते हैं। म्यूचुअल फंड से लगभग 15% से 22% तक का वार्षिक रिटर्न मिल सकता है।
अब 300000 के निवेश से 26000 मासिक आय का फार्मूला समझते हैं-
पिछले प्रदर्शन के अनुसार, इस फंड ने निम्नलिखित रिटर्न दिया है
6 महीने में: 8%
1 वर्ष में: 40%
3 वर्ष में: 25%
5 वर्ष में: 31%
लार्ज कैप फंड्स में निवेश:
43 लाख रुपए को लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन के बड़े का फंड में अगले 10 वर्षों के लिए निवेश करें। बड़े फंड मुख्य रूप से बड़ी कंपनियों के शेयरों में निवेश करता है जहां स्थिर और सुरक्षित रिटर्न की संभावना होती है।
अनुमानित रिटर्न: 15%
स्वप विकल्प का चयन करें: सिस्टमेटिक विड्रॉल प्लान (SWP)
सिस्टमेटिक विड्राल प्लान:
सिस्टमेटिक विड्रॉल प्लान के माध्यम से मासिक रूप से 26000 रुपए निकाले जा सकते हैं। 10 वर्षों के दौरान आप टोटल 31 लाख ₹20000 निकाल सकते हैं।
शेष राशि: मासिक निकासी के बाद भी आपकी पूंजी लगभग 1.06 करोड़ रुपये बनी रहेगी।
अधिक निकासी का विकल्प: आप मासिक आय को 40,000 रुपए या 50,000 रुपये तक भी बढ़ा सकते हैं।
कंपाउंडिंग पावर और निवेश का महत्व:
लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन की योजनाओं में कंपाउंडिंग पावर का बहुत बड़ा योगदान है। लंबे समय तक निवेश रखने से आपका पैसा बहुत ही तेजी से बढ़ता है। इसे उदाहरण के साथ समझते हैं-
15 वर्षों में 20% रिटर्न: 3 लाख रुपए- 43 लाख रुपए
10 वर्षों में 15% रिटर्न: 43 लाख रुपए- 1.06 करोड़ रुपए
म्युचुअल फंड में निवेश हमेशा जोखिम के साथ आता है इसलिए सदैव निवेश करने से पहले आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए-
इन्वेस्टमेंट एक्सपर्ट से सलाह लें : म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले एक योग्य वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें।
डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग करें: आप Groww, Zerodha, Upstox जैसे एप्स को यूज कर सकते हैं।
एलआईसी इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से संपर्क करें: एलआईसी के टोल-फ्री नंबर 1800-258-5678 पर कॉल करें
अंतिम-
इस लेख में LIC Mutual Funds से जुड़ी सभी जानकारियां दी गई हैं जो इस लेख के लिए बहुत महत्वपूर्ण है अगर आपके पास इस लेख से जुड़ा कोई सवाल या सुझाव है तो कृपया कमेंट बॉक्स के जरिए पूछें धन्यवाद।